Class 12 Geography notes in hind
पाठ का नाम- परिवहन एवं संचार (Transport and Communication )
परिचय
समझने हेतु
सोचिए कि अगर आप कही पर घूमने के लिए (जैसे बजार , मुंबई , अमेरिका , ग्रीनलैंड , अंटार्कटिका) जा रहे है तो आप किन किन माध्यमों से होकर जाएंगे ?
सही जवाब दूरियों के आधार पर परिवहन के माध्यम को अपनाएंगे (जैसे सड़क ,वायुयान ,या जल ) सोचिए की अपने घर से दूसरे स्थान पर जाने के लिए हम किसका उपयोग करते है तथा उसका नाम क्या है ?
तो यह अध्याय बताता है की किसी भी चीज को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए किसका उपयोग करते है?
परिवहन
- “ परिवहन से आशय उस व्यवस्था से है जो व्यक्तियों वस्तुओ और संदेशों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती है।”
- प्रारंभ मे मनुष्य पशुओ से सड़क यात्रा तथा नावों के माध्यम से समुद्र यात्रा करते थे।
- लेकिन आधुनिक तकनीकी से अब सड़क, रेलमार्ग , जलमार्ग तथा वायु मार्ग से वस्तुओ, व्यक्तियों तथा संदेशों को इनके द्वारा परिवहन हो रहा है।
‘परिवहन जल’ (Transportation Network) अनेक स्थानों को परस्पर अनेक मार्गों की श्रेणियों से जोड़ देने पर परिवहन के जिस ने प्रारूप की संरचना होती है उसे परिवहन जाल कहते है।
यात्रियों तथा माल से संबंधित साधनों को निम्न मुख्य भागों मे बाटा गया है – या परिवहन के साधन –
स्थल परिवहन – सड़क, राष्ट्रीय मार्ग या महामार्ग, रेलमार्ग
जल परिवहन – समुद्र, नदिया
वायु परिवहन – वायुयान
पाइपलाइन परिवहन – तरल वस्तुओ का परिवहन
स्थल परिवहन
ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा सड़क, रेल, या अन्य भूमि मार्गों के जरिए लोगों, वस्तुओं और सेवाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है।
सड़क परिवहन –
कार, बस, ट्रक, मोटरसाइकिल आदि सड़क मार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करते हैं या सामान या संदेशों का परिवहन करते हैं।
- भारत का सड़क नेटवर्क 63.31 लाख किमी से भी अधिक है तथा 1.45 लाख किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग है। जिसके कारण इसे विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क होने का गौरव प्राप्त है।
- विश्व मे सड़कों का वितरण एवं घनत्व – सड़कों के घनत्व जल वाले घने क्षेत्रों मे भारत , यू.एस.ए, पश्चिमी यूरोप रूस आदि।
- साधारण घनत्व वाले क्षेत्र कनाडा मैक्सिको आदि
- तिब्बत का पठार, भूटान म्यांमार आदि मे घनत्व नगण्य है।
- महामार्ग (Highways)
- एक राज्य से दूसरे राज्य को जोड़ने वाली 6 से 8 लेने वाली सड़के महामार्ग कहलाती है। महामार्गों के निर्माण से सड़के दूरस्थ स्थानों को जोड़ने मे सक्षम हो गई।
- इन महामार्गों की चौड़ाई 80 मीटर तक होती है।
- भारत का महामार्ग (H.07) सबसे लंबा महामार्ग है जो वाराणसी से कन्याकुमारी तक विस्तृत है। भारतीय सड़क विकास की सबसे सुविधाजनक योजना स्वनिर्म चतुर्भुज योजना है जो दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता नगरों को जोड़ती है।
- अफ्रीका महाद्वीप मे अल्जीयर्स को गुयाना से तथा कैरो को कैप टाउन से जोड़ने वाले महामार्ग है।
- सीमावर्ती सड़के –
- देशों की साझी अन्तराष्ट्रिय सीमाओ के शेयर बनाई गई सड़कों को सीमावर्ती सड़के कहा जाता है। सीमावर्ती सड़के देश के सुदूर क्षेत्रों मे रहने वाले लोगों को परिवहन की सुविधाए देती है। भारत मे आवश्यक सामग्री पहुचाने के लिए सड़के बनाई गई है।
- रेल परिवहन
- रेल स्थल परिवहन का एक माध्यम है इसके द्वारा भारी मात्रा मे समान व व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक तीव्र एवं सुरक्षति रूप से ले जाया जाता है।
- प्रत्येक देश मे रेल लाइनों की चौड़ाई अलग अलग होती है बड़ी लाइन की चौड़ाई 1.5 मीटर से अधिक तथा मानक लाइन की चौड़ाई 1.44 मीटर तथा छोटी लाइन की चौड़ाई 1 मीटर होती है।
- रेलों का विश्व वितरण – विश्व भर मे लगभग 13,70,782 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग है। ‘यूरोप विश्व का सघनतं रेल तंत्र वाला महाद्वीप है। बेल्जियम मे रेल घनत्व विश्व मे सर्वाधिक है।
- यूरोप का यूरो टनल ग्रुप द्वारा संचालित रेलमार्ग लंदन को पेरिस से जोड़ता है।
- विश्व मे रेलमार्गों के वितरण मे असमानता पाई जाती है पश्चिमी यूरोप , ब्रिटेन , अमेरिका एवं यूरोपीय रूस मे इनका घना जाल मिलता है। यह के तीन मुख्य रेलमार्ग –
- दक्षिणी ट्रांस कंटिनेन्टल रेलमार्ग – यह पूर्वी तक पर स्थित न्यूयार्क नगर को पश्चिमी तट पर स्थित लास एंजिल्स नगर को जोड़ता है।
- मध्य कंटिनेन्टल रेलमार्ग – सेन फ्रांसिस्को से न्यूयार्क को जोड़ता है।
- तथा उत्तरी ट्रांस कंटिनेन्टल रेलमार्ग – यह पश्चिम मे सियतल नगर और पूर्व मे न्यूयार्क को जोड़ता है इस मार्ग से अनाज मछली लोह आदि का आवागमन होता है।
- कनाडा – प्रमुख रेलमार्ग व्युबेक और हैलिफैक्स ।
- रूस – मास्को रूस का प्रमुख रेलमार्ग है। यूरोपीय रूस मे रेलों का मार्ग सघन है जबकि साइबेरिया रेलमार्ग के क्षेत्र मे मात्र एक रेलमार्ग है जो प्रशांत तट तक जाता है।
- प्रमुख रेलमार्ग – ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग , ट्रांस कैस्पियन रेलमार्ग आदि ।
- एशिया महाद्वीप के जपना चीन और भारत देशों मे सघन बसे क्षेत्रों मे रेलमार्गों का अधिक घनत्व पाया जाता है।
पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग – पारमहाद्वीपीय रेल मार्ग वे होते है जो महाद्वीप के दोनों ओर छोरों को परस्पर जोड़ देते है। इनका निर्माण आवश्यकताओ की पूर्ति तथा लंबी यात्रा को पूरा करने के लिए किया जाता है।
पार साइबेरिया रेलमार्ग – विश्व का सर्वाधिक लंबा रेलमार्ग जो 9322 किमी है यह पश्चिम मे मास्को को प्रशांत महासागर के तट पर स्थित बलाडी बोसटक से जोड़ता है।
पार साइबेरिया रेलमार्ग ने एशियाई प्रदेशों को यूरोप को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया है ।
पार कैनेडियन रेल मार्ग – कनाडा का महत्वपूर्ण रेलमार्ग है जिसकी लंबाई 7050 किमी है। यह रेलमार्ग हैलिफैक्स से प्रारंभ होकर पश्चिमी तट पर स्थित बैकूवर तक जाता है। निर्माण 1886 मे हुआ।
अन्य मे – संघ प्रशांत रेलमार्ग , आस्ट्रेलियाई पर महाद्वीपीय रेलमार्ग आदि ।
जल परिवहन – विश्व मे परिवहन साधनों मे जल परिवहन सस्ता एवं सुलभ साधन है। इनके द्वारा बहुत सस्ते भाड़े पर भारी से भारी सामग्री या मशीनों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजा या लाया जा सकता है।
- विश्व के प्रमुख जलमार्ग –
- उत्तरी अटलांटिक जलमार्ग
- पश्चिमी यूरोपीय जलमार्ग
- आशा अंतरीप जलमार्ग
- पश्चिमी उत्तरी अमेरिका जलमार्ग
स्वेज नहर – स्वेज नहर मिस्र (अफ्रीका ) में स्थित है और यह नहर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है। इसे 1869 में बनाया गया था यह नहर जलमार्ग से यूरोप और एशिया के बीच का मार्ग 8,900 किमी छोटा कर देती है। यह समुद्री व्यापार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
पनामा नहर – यह नहर मध्य अमेरिका के पनामा देश में स्थित है। यह अटलांटिक महासागर को प्रशांत महासागर से जोड़ती है। यह व्यापार और नौवहन के लिए एक प्रमुख मार्ग है।
- वायु परिवहन –
- इसके द्वारा तीव्र गति से वस्तुओ या व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुचने की क्षमता रखता है। हवाई सुरक्षा , कम भीड़ भाड़ तथा विभिन्न प्रकार की सुविधाओ का विकास जिन देशों मे हो सका है उन्ही देशों मे वायु परिवहन का भी विकास हो सका है।
- वायुमार्गों के प्रकार –
- अंमरहाद्वीप वायुमार्ग
- महाद्वीपीय वायुमार्ग
- राष्ट्रीय वायुमार्ग
- प्रादेशिक वायुमार्ग
- विश्व के प्रमुख वायुमार्ग जैसे टोकियो वायुमार्ग , सिडनी ,मास्को वायुमार्ग आदि
वायु परिवहन के कारण मानव ने पर्वतों पठारों मरुस्थलों तथा वन प्रांतों मे परिवहन चलाने मे सफलता प्राप्त कर ली है।
विश्व के 60 प्रतिशत वायुमार्गों का उपयोग अकेला संयुक्त राज्य अमेरिका करता है
वायु परिवहन के महत्व –
- पर्वतीय पठारों नदियों से युक्त क्षेत्रों मे परिवहन के लिए वायु यातायात बहुत उपयोगी है।
- दूर क्षेत्रों मे काम समय पर आसानी से पहुचना
- आपदाग्रस्त क्षेत्रों मे काम समय पर सहायता के लिए जल्दी पहुचना।
- कृषि प्रधान देशों मे कीटनाशकों का छिड़काव वायु मार्ग के द्वारा करना।
पाइपलाइन परिवहन
पाइपलाइन के द्वारा जल खनिज तेल अवमाल नाली के मल आदि पेय पदार्थों का परिवहन इसके माध्यम से होता है
- न्यूजीलैंड मे डेरी फार्मों से दूध को फैक्ट्रियों तक पाइप के द्वारा ही भेज जाता है
- अमेरिका मे खनिज तेल इसके माध्यम से उपभोक्ता क्षेत्रों मे परिवहन किया जाता है।
- भारत ईरान , चीन , इराक , और तुर्कमेनिस्तान मे पाइप लाइनों का उपयोग खनिज तेल के परिवहन के लिए किया जा रहा है या पाइप लाइन विश्व की सबसे बड़ी पाइप लाइन होगी।
- विश्व की प्रमुख पाइप लाइन – विश्व मे संयुक्त राज्य अमेरिका , कनाडा ,रूस , चीन , आदि देशों के तेल उत्पादक देशों मे पाइप लाइनों का सघन जाल मिलता है ।
- भारत मे तेल एवं गैस उत्पादक क्षेत्र से तेल शोधनशालाओ तक पाइप लाइन बिछाई गई है।
संचार संचार का सामान्य आर्थ है संदेशों का प्रसारण ।
विश्व स्तर पर संचार के साधन:
- इंटरनेट
- टेलीफोन
- रेडियो
- उपग्रह संचार
- डाक सेवाये
इसके माध्यम से व्यापार, शिक्षा और सामाजिक संबंधों को आसान बनाया गया है । तथा जानकारी और विचारों को तेज गति से प्रसार का संभव हो पाया है।